घायल नक्सली ने वाराणसी के निजी अस्पताल में कराया गुपचुप ऑपरेशन, 6 दिन तक रहा ICU में भर्ती — अस्पताल प्रशासन की भूमिका पर सवाल
वाराणसी, 21 मई 2025: झारखंड पुलिस को चकमा देकर एक घायल नक्सली ने वाराणसी के लंका थाना क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल में बिना किसी सूचना के इलाज करवाया।
पेट में गोली लगने के बाद युवक ने खुद को मिथलेश कुमार यादव (36) के नाम से साईं मेडिसिटी अस्पताल में भर्ती कराया, जहां ऑपरेशन कर गोली निकाली गई और उसे ICU में रखा गया।
6 दिन तक इलाज चलता रहा, लेकिन इस दौरान स्थानीय पुलिस को इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई।सूचना मिलते ही लंका थाना पुलिस हरकत में आई और अस्पताल परिसर की सुरक्षा बढ़ा दी गई।
मौके पर एक दरोगा समेत कई पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।सूत्रों के मुताबिक, झारखंड पुलिस जिस वांछित नक्सली मिथलेश कुमार की तलाश कर रही थी, उसके वाराणसी में छिपे होने की आशंका के बाद BHU ट्रॉमा सेंटर से लेकर निजी अस्पतालों तक जांच की गई।
लंका पुलिस की छानबीन में पुष्टि हुई कि साईं मेडिसिटी में भर्ती व्यक्ति वही नक्सली है।एसीपी भेलूपुर डॉ. ईशान सोनी ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा, “मेडिकल इमरजेंसी के मामलों में, खासकर आपराधिक मामलों में, पुलिस को तत्काल सूचित करना अनिवार्य होता है।
इस तरह एक वांछित अपराधी का इलाज बिना सूचना के करना कानून का उल्लंघन है।” उन्होंने बताया कि अस्पताल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है, और इस मामले में सीएमओ को पत्र भेजा जा रहा है ताकि अस्पताल का लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई शुरू की जा सके।
इस मामले ने जिले की सुरक्षा व्यवस्था और अस्पतालों की रिपोर्टिंग व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि घायल नक्सली को वाराणसी लाने और उसका नाम बदलकर भर्ती कराने में किन लोगों की संलिप्तता थी।