वाराणसी में बड़ा डिजिटल अरेस्ट फ्रॉड टला — बैंक मैनेजर और पुलिस की सूझबूझ से बची करोड़ों की ठगी
वाराणसी, 21 मई — बीएचयू के रिटायर्ड प्रोफेसर एवं हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पी.आर. गुप्ता एक बड़े साइबर फ्रॉड से बाल-बाल बच गए। लंका थाना क्षेत्र स्थित रश्मि नगर कॉलोनी निवासी डॉ. गुप्ता को साइबर ठगों ने 20 मई की सुबह से कथित ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा था। ठग खुद को विभिन्न जांच एजेंसियों और सुप्रीम कोर्ट का अधिकारी बताकर डॉ. गुप्ता को झूठे मामलों में फंसाने और गिरफ्तारी की धमकी देकर मानसिक रूप से भयभीत करते रहे।
डरे-सहमे डॉ. गुप्ता जब लंका स्थित एचडीएफसी बैंक शाखा में अपनी करोड़ों की एफडी तुड़वाने पहुंचे, तो उनके व्यवहार से बैंक मैनेजर को संदेह हुआ। उन्होंने तुरंत इसकी सूचना लंका थाना प्रभारी शिवकांत मिश्र को दी।
थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और डॉ. गुप्ता को थाने लाकर पूरी जानकारी ली। जब पूरा मामला सामने आया, तो उन्होंने तत्परता दिखाते हुए साइबर थाना को सूचित किया और स्वयं भी फोन पर ठगों को बनारसी अंदाज में लताड़ा।
पुलिस और बैंक की सक्रियता से डॉ. गुप्ता की गाढ़ी कमाई बच गई और एक बड़ी ठगी की साजिश नाकाम हो गई। इस घटना ने एक बार फिर साबित किया कि साइबर फ्रॉड से सतर्क रहना और समय पर सही कदम उठाना कितना जरूरी है।