काशी विवाद: मोरारी बापू ने कथा के दौरान मांगी माफी, कहा – “काशी के लोग बड़े हैं, हम छोटे लोग हैं”
वाराणसी। विश्वनाथ धाम में सूतक काल के दौरान दर्शन और कथा को लेकर उठे विवाद के बीच प्रसिद्ध रामकथा वाचक मोरारी बापू ने सोमवार को सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में चल रही कथा के दौरान सार्वजनिक रूप से माफी मांगी।
उन्होंने श्रद्धालुओं और संत समाज की भावनाओं का सम्मान करते हुए कहा,”काशी के लोग बड़े हैं, हम छोटे लोग हैं। अगर हमने किसी का दिल दुखाया है, तो मैं क्षमा चाहता हूं।
“दरअसल, मोरारी बापू ने अपनी पत्नी के निधन के महज तीन दिन बाद बाबा विश्वनाथ के गर्भगृह में दर्शन किए थे और कथा का आयोजन भी शुरू किया, जिसे लेकर काशी के संत समाज और स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश देखा गया।
विरोध इतना बढ़ा कि शहर में उनका पुतला जलाया गया।इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए मोरारी बापू ने स्पष्ट किया कि उनकी कोई भावना आहत करने की मंशा नहीं थी।
उन्होंने कहा कि काशी में कथा करना उनके लिए सौभाग्य की बात है, लेकिन अगर किसी भी कार्य से श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत हुई हैं तो वे दिल से क्षमा मांगते हैं।