वाराणसी: किराएदार ने मालिक को बताए बिना मकान बेच दिया, आरोपी फरार
वाराणसी, 3 सितंबर 2024 — वाराणसी के लक्सा क्षेत्र में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है, जहां 10 साल पुराना किराएदार ने मकान मालिक की जानकारी के बिना ही मकान बेच दिया। आरोपी ने मकान को अपने नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेच दिया और फिर ताला लगाकर फरार हो गया।
जानकारी के अनुसार, व्यापारी को मकान मालिक होने का दावा करते हुए फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत किए गए और मजबूरी बताकर फर्जी रजिस्ट्री भी कर दी गई। व्यापारी को ताला चाबी देकर कब्जा बताया गया और फिर आरोपी अपने सामान के साथ फरार हो गया।
जब मकान के असली मालिक विहारी लाल सेठ ने आवास पर पहुंचकर ताला देखा और किराएदार को फोन किया, तो उसका नंबर बंद मिला। पड़ोसियों से किराएदार की करतूत का पता चलने पर पीड़ित ने पुलिस को सूचित किया। विहारी लाल सेठ की तहरीर पर पुलिस ने किराएदार रोहित वर्मा समेत 11 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। सभी आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
किराएदार ने किस तरह किया धोखाधड़ी:
विहारी लाल सेठ, जो राजा दरवाजा गोविंदपुरा निवासी हैं, ने अपने मकान को पांडेपुर निवासी दीपक कुमार सेठ और अमरनाथ सेठ से किराए पर लिया था। उन्होंने रोहित वर्मा को 10 साल पहले किराएदार बनाया था। विहारी सेठ अपने व्यवसाय के कारण लंबे समय तक मकान पर नहीं आ पाते थे।
हाल ही में, रोहित वर्मा ने कुछ दलाल और जालसाजों के साथ मिलकर मकान की फर्जी रजिस्ट्री की और उसे 20 लाख रुपये में बेच दिया। मकान को बेचने के बाद आरोपी ने ताला लगाकर और अपने सामान के साथ फरार हो गया।
पुलिस ने जालौन निवासी तिजिया देवी, ग्वालियर निवासी सुरेश, राजकुमार, संतोष, दीपक, रोहित वर्मा, और आकाश वर्मा को नामजद किया है। उनके मददगारों में लक्ष्मी कुंड निवासी मीर वर्मा, वैशाली, और ललिता घाट के सोनू कपूर भी शामिल हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है।