धनबाद के जिला न्यायाधीश की संदिग्ध हत्या की जांच के लिए एसआईटी गठित की गयी
रांची, 29 जुलाई झारखंड में धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की बुधवार की सुबह हुई हत्या की जांच के लिए झारखंड उच्च न्यायालय के निर्देश पर पुलिस महानिदेशक ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक:एडीजीः अभियान संजय आनंद लाटकर के नेतृत्व में आज तीन सदस्यीय विशेष जांच दल:एसआईटीः का गठन कर दिया।
झारखंड के पुलिस प्रवक्ता एवी होमकर ने बताया कि न्यायाधीश की संदिग्ध हत्या के मामले में पुलिस महानिदेशक:डीजीपीः नीरज सिन्हा ने पुलिस मुख्यालय स्तर पर जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है।
उन्होंने बताया कि एडीजी अभियान संजय आनंद लाटकर के नेतृत्व में गठित एसआईटी इस पूरे मामले से संबंधित प्रत्येक बिंदुओं की छानबीन करेगी। एसआईटी में बोकारो के पुलिस उपमहानिरीक्षक मयूर पटेल कन्हैयालाल और धनबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार भी शामिल किए गए हैं।
होमकर ने बताया कि इस घटना के तत्काल बाद धनबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने इस कांड की जांच के लिए धनबाद के नगर पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था जिसने एसएसपी धनबाद और और डीआईजी बोकारो की निगरानी में घटना का अनुसंधान प्रारंभ कर दिया। सभी बिंदुओं की गहराई से जांच की जा रही है। जांच में जो तकनीकी साक्ष्य उपलब्ध हुए उसके आलोक में अभी तक दो व्यक्तियों को गिरफ्तार गया है और घटना में प्रयुक्त ऑटो जब्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि ऑटो चालक लखन कुमार वर्मा सुनार पट्टी धनबाद का रहने वाला है। दूसरा आरोपित राहुल वर्मा भी सुनार पट्टी धनबाद जोरापोखर का रहने वाला है। इनसे पूछताछ की जा रही है। लखन कुमार वर्मा ने स्वीकार किया है कि घटना के वक्त ऑटो वही चला रहा था। उसकी गिरफ्तारी गिरिडीह से हुई है। दूसरे आरोपित राहुल वर्मा की गिरफ्तारी धनबाद स्टेशन से हुई है।
उन्होंने बताया कि एसआइटी और विशेषज्ञों की टीम पूरे घटनाक्रम की जांच में लगाई गई है।
इससे पूर्व आज झारखंड उच्च न्यायालय ने धनबाद में बुधवार को तड़के आटो से टक्कर मारकर जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की कथित तौर पर की गयी हत्या पर क्षोभ व्यक्त करते हुए इसे राज्य की कानून और व्यवस्था की विफलता बताया और कहा कि राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गयी है, साथ ही न्यायालय ने न्यायाधीश की मौत की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के नेतृत्व में विशेष जांच दलरूएसआईटीः के गठन का आदेश दिया और कहा है कि जांच की मॉनीटरिंग उच्च न्यायालय करेगा।
झारखंड उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश डा. रविरंजन की अध्यक्षता वाली खंड पीठ ने आज धनबाद में धनबाद के अष्टम जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की संदिग्ध मौत के मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए सुनवाई की और न्यायाधीश की संदिग्ध मौत पर गहरा क्षोभ व्यक्त किया।
न्यायालय ने इस घटना को राज्य की कानून और व्यवस्था की विफलता बताते हुए कहा, ‘‘राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गयी है।’’